Tuesday, September 11, 2018

चना- पोषण / उर्वरक प्रबंधन




पोषक तत्व प्रबन्धन-

चने की अच्छी पैदावार के लिये तीन वर्ष मे एक बार 8-10 टन अच्छी पकी हुई गोबर की खाद का कम्पोस्ट प्रति हैक्टक्टर भूमि की तैयारी के समय अच्छी तरह बिखेर कर मिट्टी मे मिला दे। चना एक दलहनी फसल होने के कारण अपनी जडो मे सहजीवी सूक्ष्म बैक्टीरिया राइजोबियम की मदद से वायुमंण्डल की नत्रजन को जडो मे संग्रहित कर पौधो को आवश्यकतानुसार देती है अतः फसल के लिए नाइट्रोजन की कम आवश्यकता होती है। चना मे  नत्रजन, स्फुर एंव पोटाश की मात्रा 20:50:20 कि.ग्रा. प्रति हेक्टर की दर से आधार खाद के रूप मे देवे। नत्रजन एंव स्फुर की उपरोक्त मात्रा 100 किलो डीएपी से भी दी जा सकती है। सभी उर्वरको की पूर्ण मात्रा बुवाई के समय दी जाती है। साथ ही बीज और खाद कभी भी मिलाकर बोवनी नही करे। इससे बीज सडने का खतरा रहता है। उर्वरको को फर्टी सीड ड्रील द्वारा बीज से 5 सेमी दूर एवं 3 सेमी नीचे डाले।

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